गुरुवार, 19 जून 2014

विश्वास ही तो है

विश्वास ही तो है
तुम्हारे मेरे प्यार की डोर
यक़ीन ही तो है
जिसने मिलाया है हमें
पहली बार
पहली नज़र में
दिल नहीं हारी थी मैं
तुम्हें देख के
विश्वास ही तो हुआ था
की तुम्हीं हो
मेरे लिए...
ख़ुदा ने
यक़ीन ही तो कराया था
की इसे ही
बनाया है तुम्हारे लिए
यक़ीन ही तो था
जो बिना सोचे
बिना जाने
तुमसे मांग लिया तुम्हें
ये भरोसा ही तो था तुम्हारा
जो संग हो लिए मेरे
तुम्हारे मेरे
रिश्ते की नींव
में विश्वास ही तो है
चलो इसी
विश्वास के साथ
जी लेते हैं
प्यार का पौधा
बड़ा कर लेते हैं....