गुरुवार, 2 जुलाई 2015

तुम्हें देवी चाहिए...




तुम्हें 
देवी चाहिए पूजने के लिए
तुम्हें 
दुर्गा चाहिए दुष्टों का 
नाश करने के लिए
तुम्हें 
लक्ष्मी चाहिए
तुम्हारा घर भरने के लिए
तुम 
सरस्वती को पूजोगे
शिक्षा और  बुद्धि के विकास के लिए
तुम्हें 
सीता चाहिए
जो वनवास सहे
जो अग्नि परीक्षा दे
तुम्हें 
मरियम चाहिए
जो ईसा को जन्म दे
तुम्हें फातिमा चाहिए
जिसकी तुम मिसालें दो
तुम्हें 
हाड़ मांस का पुतला चाहिए
तुम्हें 
औरतें नहीं चाहिए
वो औरतें जो ज़िंदा हों
वो औरतें जो आवाज़ उठाती हों
वो औरतें जो चिखती हों चिल्लाती हों
वो औरतें जो तुम्हारी प्रतिद्वंदी हों
वो औरतें जो तुम्हें तुम्हारा चेहरा दिखाती हों
वो औरतों जो तुम्हें तुम्हारा सच बताती हों
तुम्हें औरतें नहीं चाहिए
तुम्हें देविया चाहिएं
पूजने के लिए 
और औरतें चाहिए रौंदने के लिए....

कोई टिप्पणी नहीं: